Kerala Me Ghumne ki Jagah : दक्षिण भारत जिसे प्रायद्वीपीय भारत से जाना जाता है|जिसके दक्षिण भूमी में हिंद महासागर ,पश्चिम तट पर अरब सागर,पूर्वीय तट पर बंगाल की खाड़ी और उत्तर भूमी में विंध्य और सातपुड़ा पर्वतमालाओं से घिरा हुआ है।अंग्रेजों से लेकर पोर्तुगीज,फ्रेंच,डच,रोमन,यूनानी,अफगाणी,चीनी व्यापारियों को मसालों के लिए आकर्षित करने वाली जगह है,जो इतिहास और संस्कृति से प्रभावित कर देती है।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको केरल में घूमने की जगहों(Kerala Me Ghumne ki Jagah),के बारे में विस्तार से बताया है।केरल में घूमने की सबसे खूबसूरत जगह (best tourist places in kerala) केरल के लोकप्रिय पर्यटन स्थल(famous tourist destinations in kerala),जाने का सही समय(best time to visit Kerala),केरल में घूमने का खर्चा(kerala ghumne ka kharcha),केरल के प्रसिद्ध व्यंजन(traditional Famous food in kerala)आदि के बारे में भी बताया है।
केरल में आपको ऐतिहासिक, प्राकृतिक, समुद्र तट और धार्मिक पर्यटन स्थल देखने को मिल जाएंगे प्राकृतिक नज़ारों जैसे-पहाड़, हरियाली,वन्य जीवों,नारियल के पेड़ और हाथियों से भरा यह राज्य एक समृद्ध जैव विविधता के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत भी प्रदान करता है।इन सारी चीजों की विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए पोस्ट को पूरी अंत तक जरूर पढ़े।
केरल के बारे में रोचक तथ्य
- केरल विविधता,संस्कृति और सुंदरता की भूमि है।केरल की प्राकृतिक सुंदरता,समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्वादिष्ट व्यंजनों का अनूठा मिश्रण है।जैसे उत्तर भारत मे मसूरी घूमने के जगह मे घाटिंयोंका अद्भुत नजारा है,वैसे ही दुनिया भर के यात्रियों के लिए केरला देखने लायक स्थान बनाता है।केरल के रोचक तथ्य और राज्य की विशिष्टता और आकर्षण के कुछ उदाहरण दिये गये हैं।
- केरल को ‘भगवान का अपना देश’ भी कहा जाता है।दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल राज्य मे स्थित है।केरल शब्द का अर्थ है नारियल की भूमि आपको पता है केरल राज्य मे सबसे ज्यादा नारीयल के पेड दिखाई देते है।जिसका संबंध सीधा राज्य के नाम से जुडा है।केरल में लोग सर्वाधिक बोलणे वाली भाषा मलयालम है,जो यहा की आधिकारिक भाषा है,और उसमे केर’ शब्द का अर्थ ‘नारियल का पेड़’ है और ‘आलम’ का अर्थ ‘भूमि’ होता है।
- केरल राज्य का पशु हाथी है केरल राज्य में त्रिशूर पूरम नामक एक वार्षिक उत्सव होता है,जो हाथियों को समर्पित है।केरल की संस्कृति का एक विभिन्न अंग हाथी हैं। हाथियों को अक्सर पारंपरिक त्योहारों में सजाया और दिखाया जाता है।
- भारत में केरल की साक्षरता दर {96%} सभी राज्योमे से अधिक है केरल को भारत में सबसे अधिक साक्षर राज्य के रूप में जाना जाता है।केरल में शिक्षा को अत्यधिक महत्व दिया जाता है |
- इस पुरी दुनिया का पहला मस्जिद हिंदू राजा दाहिरने ने केरल के त्रिशुर जिले मे कोडुंगल्लूर शहर में चेरामन जुमा मस्जिद भारत की सबसे पुरानी मस्जिद बनाई थी ऐसा माना जाता है।इसका निर्माण 629 ई में हुआ था।
- केरल में एक अनोखा नृत्य रूप है जिसे कथकली एक पारंपरिक नृत्य शैली है उसकी उत्पत्ति केरल राज्य में हुई और यह अपने विस्तृत श्रृंगार,वेशभूषा और चेहरे के भावों के लिए जाना जाता है।कहानी कहने का एक रूप है नृत्य के माध्यम से बताया जाता है।प्रस्तुत करनेवाले लोग अक्सर पुरुष ही होते है।शास्त्रीय नृत्य के रूपों मे कथकली को भारत के प्रमुख में से एक माना जाता है।
- केरल के बारे में सबसे अच्छी बात केरल भारत का एकमात्र राज्य है जो आयुर्वेद मे सबसे उंचा है औषधीय जड़ी-बूटियों और पौधों की राज्य में कोई कमी नहीं है।कई बीमारियों और विकारों के लिए आयुर्वेद को प्राथमिक उपचार पद्धति के रूप में अपनाता है।दुनिया के पहले आयुर्वेदिक रिसॉर्ट जो कोवलम समुद्र तट के ठीक दक्षिण में स्थित है।जिसे सोमाथीरम कहते है।
- देश में सर्वाधिक मात्रा में रबर का उत्पादन केरल मे होता है।भारत की पहली वर्षा केरल में होती है जिस प्रतिरोध पर्जन्य बोलते है।पूरे देश में मौसम के आगमन का संकेत देती है।जून के पहले सप्ताह के दौरान,दक्षिण भारत के इस क्षेत्र में बारिश शुरू हो जाती है।और 10 दिन बाद पश्चिमी भारत में बारिश शुरू हो जाती है।
- केरल का बैकवाटर मछलियों की एक अनोखी प्रजाति का घर है इस मछली को केरल में एक स्वादिष्ट व्यंजन माना जाता है और यह राज्य के मेनू में एक लोकप्रिय है।
- केरल में कलारीपयट्टु नामक एक अद्वितीय मार्शल आर्ट शैली है कलारीपयट्टू एक पारंपरिक मार्शल आर्ट है जिसकी उत्पत्ति केरल में हुई और इसे दुनिया की सबसे पुरानी मार्शल आर्ट में से एक माना जाता है।इसे भारत में प्रमुख मार्शल आर्ट में से एक माना जाता है।
केरल में घूमने की जगह। Kerala Me Ghumne ki Jagah
Table of Contents
केरल के लोकप्रिय पर्यटन स्थल। best tourist places in kerala
यहापर Kerala Me Ghumne ki Jagah जितनी भी है उनके बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी लिखी है,आप पढकर सभी जगहोंकी विशेषता के बारे मे जानकर अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हो|
अल्लेप्पी {अल्लपुजा }
- भारत का वेनिस कहा जाने वाला शहर अलेप्पी जिसे अलाप्पुझा के नाम से भी जाना जाता हैं। केरल की यात्रा में एक अलग ही महत्व रखता है।
- यह जगह खासकर बैकवॉटर और हाउसबोट के लिए विश्व प्रसिद्ध है।यहाँ की हाउसबोड क्रूज़ में यात्रा करना आलप्पुझा का एक और आनंदायक अनुभव है।
- पुराने ज़माने में चावल और मसालों के परिवहन के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला हाउसबोट यहापर मिलेंगे वो दरअसल केट्टुवल्लम के ही आधुनिक रूप हैं। केट्टुवल्लम एक प्रकार की गृहनौकाएँ होती उसका स्वरूप लकड़ी के लट्ठों पर ऊपर छत होते है।
- यहां आप हाउस बोटिंग भी कर सकते हैं और इसमें रात गुजार सकते हैं। इसके साथ अल्लेप्पी मे घूमने के लिए (tourist places in alleppey) अलेप्पी में करने लायक बहुत सारी चीजें है।
मुन्नार (Munnar)
- दक्षिणी राज्य केरल में स्थित मुन्नार को अक्सर ‘दक्षिण भारत का कश्मीर’ कहा जाता है।मुन्नार केरल राज्य के पश्चिमी भाग इडुक्की जिल्हे में स्थित है।
- मुन्नार एक मलयालम शब्द है जिसका अर्थ होता है तीन नदियों का संगम यहां आपको तीन नदिया मधुरपुजहा, नल्लाथन्नी और कुंडाली एक ही स्थान पर मिलती हुई दिखाई देंगी।
- यहां की हरियाली,चाय के बागान,मसालों की खेती और खुशबू के लिए यह केरल के फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशंस (famous tourist destinations in kerala)में से एक है।
- यहापर पश्चिमी घाट और दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी है इसे ‘एवरेस्ट ऑफ साउथ इंडिया‘ भी कहते हैं।
- मुन्नार अपने शांत वातावरण के कारण हनीमून मनाने के लिए {best honeymoon place in kerala} दक्षिण भारत का लोकप्रिय पर्यटनस्थल है।
कोच्चि (Kochi)
- कोच्चि भारत के दक्षिण-पश्चिमी राज्य केरल के एर्नाकुलम ज़िले में लक्षद्वीप सागर से निकट स्थित एक बड़ा बंदरगाह खूबसूरत नगर है।जिसे कोचीन भी कहा जाता था यह प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध इतिहास और जीवंत संस्कृति का एक अद्भुत संगम है।
- कोच्चि पर्यटनस्थल को “अरब सागर की रानी” भी कहा जाता है।यह केरल का वित्तिय,व्यावसायिक व औद्योगिक केंद्र है। जो भारतीय मसाला व्यापार के साथ चाय, काॅफी का केन्द्र कई शताब्दियों से रहा है।
- कोच्ची के लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( best tourist places in Kochi ) फोर्ट कोच्चि चीनी मछली पकड़ने के जाल का सबसे अच्छा दृश्य प्रस्तुत करता है।,मट्टनचेरी डच पैलेस,चेराई बीच, हिल पैलेस संग्रहालय,एर्नाकुलथप्पन प्राचीन शिव मंदिर,विलिंगडन मानव निर्मित द्वीप,केरल कथकली केंद्र, डच द्वारा निर्मित महलों में सबसे पुराना बोलगाटी पैलेस यह सभी कोच्चि की मशहूर जगहों मे शामिल इन्ही जगह घूमने बिना कोच्चिन यात्रा सफल नही हो सकती।
पूवर ( Poovar )
- पुवर यह एक पर्यटन स्थल है जो केरल राज्य के दक्षिणी छोर पर तिरुवनंतपुरम जिले में नेय्याट्टिनकारा तहसील का एक प्राकृतिक प्रमुख बंदरगाह है।
- केरल के अंत का प्रतीक है।पूवर द्वीप अपनी प्राकृतिक सुंदरता नदी, झील,बैकवाटर और समुद्र के संगम के लिए प्रसिद्ध है।
- अगर आप शहर मे रहते हो और शहर की हररोज होनेवाली शोर और भीड़ से राहत चाहते हैं तो आप पूवर जो वनस्पतियों,मसालों,फूलों और पेड़ों का अद्भुत नजारा दिखाई देता है।
- Kerala Me Ghumne ki Jagah मे से कुछ पल यहा बिता सकते हो यह जगह मछली पकड़ने के लिए मशहूर है इसलिए इस जगह को फिशिंग विलेज के नाम से जाना जाता है।
- यहापर हनीमून मनाने के लिए बहुत से कपल आते जो यहाॅंका शांत वातावरण और पाकृतिक सुंदरता से पार्टनर के साथ रोमांचक यादोंका एहसास करते है।बीच और नदी के बीचमें आपको रिसोर्ट (Poovar Island Resort) भी देखने को मिलते है ।
पद्मनाभास्वामी मंदिर – Padmanabhaswamy Temple
- दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिरों में से एक जो भगवान विष्णु को समर्पित है पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल राज्य के तिरुअनन्तपुरम में स्थित है । सर्वजगतकरणं पद्मं नाभौ यस्य स पद्मनाभ : जिस कमल से संपूर्ण ब्रह्मांड का निर्माण हुआ , वह भगवान की नाभि से उगता है। इसलिए भगवान को “अनंत पद्मनाभ” के नाम मे जानते है।अनंत जिसका आरंभ और अंत नहीं है।
- तिरुअनन्तपुरम यह केरल की राजधानी है ‘तिरुवनंतपुरम’ का नाम श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के प्रमुख देवता के नाम पर है तिरुवनंतपुरम का शाब्दिक अर्थ है – श्री अनंत पद्मनाभस्वामी की भूमि।जो सर्प पर लेटे है यह मंदिर भारत के सबसे प्राचीन मंदिरोमेंसे एक है।
- इस मंदिर की संपूर्ण वास्तुशैली जो द्रविड़ वास्तुशिल्प शैली का उदाहरण है।इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु शेषनाग पर शयन मुद्रा में विराजमान (लेटी हुई) 18 फुट की है।मंदिर का गोपुरम सात मंजिल ऊंचा 100 फुट है।(famous temple in kerala Padmanabhaswamy Temple)
- पौराणिक कथा और ग्रंथोके अनुमान से यह मंदिर का निर्माण 8 वी शताब्दी मे किया गया है ऐसा कहा जाता है।लेकिन इस मंदिर का पुनर्निर्माण 17 वी शताब्दी में त्रावनकोर के महाराजा मार्तड वर्मा ने किया था।
पेरियार नेशनल पार्क (periyar national park)
- केरल राज्य मे स्थित पेरियार नेशनल पार्क” यहा की हरियाली और शांति के लिए जाना-जाता है। भारत सरकारने पेरियार नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया है।
- पेरियार नेशनल पार्क में आपको विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीव और वनस्पतियां देखने के लिए पर्यटक यहां आने के लिए मजबूर होते है।
- पेरियार नेशनल पार्क में घूमने के लिए(periyar national park jeep safari)जीप सफारी और बोट क्रूज इसके माध्यम से आप पार्क को अच्छे से घूम सकते हैं।
- पेरियार नेशनल पार्क में बहोत सारे प्राणी पंछी वनस्पतिया सरीसृप और हाथियों का झुंड और पुल्लुमेदु भगवान अय्यप्पन का मंदिर,पेरियार झील,स्पाइस उद्यान,कुमिली इलायची की पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध है,मंगला देवी मंदिर,यह जगह देखने के लिए है।
कोवलम (Kovalam)
- कोवलम केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से सिर्फ 16 किमी दूर है।जिसे नारियल के पेड़ों की भूमि भी कहा जाता है,यह अद्भुत हरियाली,ताड़ के पेड़ों,नीला समुद्र और सुखदायक वातावरण के लिए केरल के पर्यटनस्थलोंमे सबसे लोकप्रिय पर्यटनस्थल है।
- कोवलम में छुट्टिंयों के समय ग्रामीण जीवन का अनुभव लेने के लिए और सुर्यास्त का अद्भुत नजारेका ऐहसास करने के लिए सितंबर से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है।
- यहापर निकटतम तीन अर्धचंद्राकार समुद्र तट हैं।उन तटों की खोज के बाद यह छोटा और खूबसूरत गांव एक पर्यटक स्थल के रूप में स्थापित हो गया।पहला दक्षिणी समुद्र तट सबसे लोकप्रिय है। इसे लाइट हाउस बीच कहा जाता है। दूसरा है हवा बीच यह भारत के पहले टॉपलेस बीच के रूप में लोकप्रिय है ।तीसरे समुद्र तट को समुद्र तट कहा जाता है।इसका उपयोग कोवलम के स्थानीय मछुआरों द्वारा किया जाता है।
- यहांपर खरीदारी के लिए मसालों,कलात्मक घरेलू वस्तुओं लकड़ी की मूर्तियां हाथ से बुने गए कपड़े और हस्तशिल्प से बनी हुई वस्तुएं मिलती हैं।
वायनाड (wayanad)
- केरल राज्य के उत्तर-पुर्व दिशा मे कन्नूर और कोझिकोड जिलों के मध्य स्थित वायनाड यह एक जिला है जिसका मुख्यालय कलपट्टा है।यह केरल राज्य का एक फेमस हिल स्टेशन है।यह जगह अपनी खूबसूरती, मसालों के बाग,जंगल और वाइल्ड लाइफ कैंपिंग और ट्रैकिंग, झरनों, गुफाओं,जंगल,इस क्षेत्र के बड़ी संख्या में हरे-भरे वनस्पति,जीव जंतु,पक्षि,हाथि,हिरण,तेंदुये, बंदर,बाघ,दिखाई देते है इसी कारण केरल के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
- वायनाड में घूमने के लिए बहोत आकर्षक जगह है (wayanad tourist places)।यहा जाकर आप हरियाली और शांत वातावरण में पक्षियों प्राणियोंको देखकर आप प्रकृति की खूबसूरती का मजा खुलकर ले सकते हैं।पिकनिक मनाने और प्रकृति की सैर के लिए यहाका हर एक आदर्श स्थान हैं।
- बाणासुर बांध वायनाड – देश का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है।
- एडक्कल गुफाएं – नव पाषण युग से भी अधिक पुराना 8000 साल पुरानी नक्काशी के लिए फेमस है।
- चेंब्रा पीक – आसपास की हरियाली और ट्रैकिंग का मजा लेने के लिए फेमस है।
- ट्री हाउस – लकड़ी के घरों में रहने का अनोखा अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
- सूचिपारा फॉल्स – घने जंगलों के बीच ये वाटरफॉल काफी खूबसूरत लगता है।
- सुल्थान बाथैरी – यहां के जंगल, नदियां और गुफाएं पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
- तिरुनेल्ली मंदिर – केरल के सबसे प्राचीन धार्मिक स्थलों में से एक भगवान विष्णु को समर्पित कहा जाता है मूर्ति स्वयं भगवान ब्रह्मा ने स्थापित की थी।
- मुथांगा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी – विभिन्न प्रजातियों के जानवरों को देखने के लिए आकर्षक स्थान है।
- नीलिमला – ट्रैकिंग के लिए एक परफेक्ट जगह है।
- कंथानपारा झरना – चाय के बागानों के बीच में स्थित हरीयाली महसूल करने की जगह।
- मीनमुट्टी जलप्रपात – वायनाड जिले का सबसे बड़ा जलप्रपात है
- वायनाड वन्यजीव अभयारण्य – केरल राज्य का दो नंबर का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है।
थ्रिस्सुर (Thrissur)
- अगर आप केरल पर्यटनस्थल का गमन करने गये हो और आप केरल की शास्त्रीय कला और संस्कृति को अपनाना चाहते हो तो यह स्थान आपके लिए सही जगह है।
- भारत देश की सोने की राजधानी के रूप मे त्रिशूर को जाना जाता है।
- यहाकी स्थानिक भाषा में मंत्रों का उच्चारण आप लोगोंको केरल की संस्कृति से जोड़ेगा।
- थ्रिस्सुर में आप प्राचीन मंदिरोंको देख सकते हो जैसे वडक्कुमनाथन मंदिर है,जिसके इष्टदेव शिव हैं यहा केरल का लोकप्रिय धार्मिक महोत्सव (Thrissur pooram festival) हरसाल (अप्रैल-मई) मे तीन दिन थ्रिस्सुर के वडक्कुमनाथन मंदिर मनाया जाता है।गजराज को सुसज्जित करके चमकदार छतरियों और ताल संगीत के भव्य प्रदर्शन किये जाते है।
कुमारकोम (Kumarakom)
- दक्षिण भारतीय राज्य केरल के कोट्टायम ज़िलेसे 15 किमी. की दूरी पर कुमारकोम नामक एक गाँव है।यह दुनिया के दर्शनीय स्थलों में से एक दर्शनीय स्थल है।
- कुमारकोम घूमने के लिए गये सभी यात्रियोंको इन खूबसूरत जगहों पर अवश्य घूमना चाहिए।कुमारकोम पक्षी अभयारण्य,कुमारकोम बैकवाटर्स,वैकोम महादेव मंदिर,थन्नीरमुक्कोम बंड,सद्भाव तटबंध,सेंट मैरी चर्च,कुमारकोम बीच,बे द्वीप ड्रिफ्टवुड संग्रहालय,वेम्बनाड झील,कुमारकोम शिल्प संग्रहालय,जुमा मस्जिद
नेल्लियामपैथी (Nelliyampathy)
- नेल्लियामपैथी अगर आप यात्रा के दरम्यान ट्रैकिंग और लंबी पैदल यात्रा करना चाहते हो तो केरल के पर्यटनस्थलोंमे से उत्कृष्ट जगह है।नेल्लियामपैथी यह जगह भारत के केरल और तमिलनाडु राज्य के सरहद पर पलक्कड़ जिले में स्थित है।
- इस जगह पर आपको हरियाली से परिपूर्ण चाय, कॉफी व इलाईची की बगान देखने के लिए मिलेंगे।यहापर कई रास्ते ऐसे है जो बादलों से भरे हुए,झरनों और दर्शनीय स्थलों की ओर ले जाते हैं।
कोझिकोड (Kozhikode)
- अरब सागर के मालाबार तट पर केरल राज्य का एक जिला है।जिसे पहले कालीकट के नाम से जाना जाता था।भारत देश में समुद्री मार्ग से आने वाला पहला यूरोप वासी १४९८ में पुर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा इसी बंदरगाह पर आया था।
- केरल में कोझिकोड ने ‘साहित्य की नगरी’ के रूप में हाल ही में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक,वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) मे क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (UCCN) में अपनी पेहचान बनाई है।कोझीकोड मध्य युग के दौरान “मसालों का शहर” के रूप मे महत्वपूर्ण व्यापारिक भूमिका बजाने वाला शहर है।
- आप ऐतिहासिक जगहोंके प्रेमी हों,पाकृतिक सोंदर्यता प्रेमी हों या विभिन्न व्यंजनोके शौकीन हों,कुछ खास जगह यहापर घूम सकते हो।कोझिकोड में घूमने के लिए बेहतरीन जगह कप्पड़ बीच,कोझिकोड बीच,बेपोर बीच कोझिप्पारा झरने,तुषारगिरि झरने,मननचिरा स्क्वायर,ताली शिव मंदिर,कदलुंडी पक्षी अभयारण्य ,कक्कयम बांध,सरोवरम बायो पार्क,पजहस्सीराजा संग्रहालय,कृष्ण मेनन संग्रहालय,पेरुवन्नामुझी बांध,लायंस पार्क इन जगहों पर घूमकर अपनी केरल यात्रा के अविस्मरणीय क्षण यहासे ले जा सकते हो।
वर्कला (varkala)
- अरब सागर के दक्षिणी तट पर स्थित केरल राज्य की राजधानी तिरुवनन्तपुरम (त्रिवेंद्रम) से 51 किमी और कोल्लम से 37 किमी दूर बसा हुआ प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए बेहद प्रसिद्ध वर्कला केरल के पर्यटनस्थलोंमे से एक मशहूर पर्यटनस्थल है।
- वर्कला बीच Paragliding के लिए बहुत फेमस है।2000 साल पुराना जनार्दन स्वामी मंदिर प्राचीन हिंदू मंदिरोंमे से एक जो भगवान विष्णु को समर्पित है इसके अलावा शिवगिरी मठ,वर्कला एक्वेरियम,कप्पिल झील,पोन्नुमथुरुथु द्वीप,गोल्डन आइलैंड,पुथेनकुलम हाथी गांव,Mangrove village और पक्षी राज जटायू earths जैसी जगहों में भी घूमने को जा सकते हो।
कन्नूर (Kannur)
- केरल राज्य के उत्तरी दिशा मे स्थित अरब सागर के तटीय शहरोंमे चौथी बड़ी आबादी वाला एक प्रमुख शहर है।यहापर समृद्ध हथकरघा उद्योग चलाया जाता है इसी कारण आमतौर पर कन्नूर ‘केरल का मैनचेस्टर’ कहा जाता है।
- लेकिन कन्नूर के लोकप्रियता का सबसे बडा कारण थेयाया नृत्य,जिसे थेय्यम कहा जाता है।यह एक अनुष्ठानिक कला है,कलाकार भगवान का भेष धारण करता है।16 दिसंबर से 12 फरवरी तक अलग-अलग तिथियों और स्थानों पर मनाया जाता है।इसी दौरान आप केरल घूमने जा रहे हो तो कन्नूर जरूर जाना।
- कन्नूर मे देखने लायक बहूत जगह है जैसे सेंन्ट एंजिलो फोर्ट,पयमबल्लम बीच,मुजुपिलंगड बीच,थलस्सरी किला,ईजीमाला,अरालम वन्य जीव अभयारण्य,अरक्कल महल और स्नेक पार्क जैसी जगहों पर घूमकर अपनी केरल यात्रा ररमणीय बना सकते हो।
तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram)
- केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम “देवताओं की नगरी” के नाम से भी पुकारा जाता है।इस मशहूर शहर को महात्मा गांधी ने “भारत का सदाबहार शहर” के रूप मे संबोधित किया था।
- तिरुवनंतपुरम प्राचीन मंदिर समुद्र तट,पहाड़ियों की सौंदर्यता, मसालों के बगान और वन्यजीव अभयारण्यों के लिए काफी मशहूर शहर है।
- तिरुवनंतपुरम शहर धार्मिकता से बहुत महत्त्व रखता है।यहाका पद्मनाभस्वामी मंदिर तमाम हिंदूओंका आस्था का केंद्र है इसलिए मंदिर का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु देश भर से यहां पर आते हैं।
केरल घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Kerala)
- केरल घूमने केे लिए साल का कोई भी समय केरल की दर्शनीय भूमि की यात्रा करने के सही है लेकिन सितंबर से मार्च अच्छा समय है। इसी सर्दियों के मौसम के दौरान केरल पर्यटकों से भर जाता है।तब मौसम सुहावना हो जाता है।यह केरल की सुंदरता की महिमा देखने का सबसे सही समय है।इसी दौरान मौसम काफी सुहावना होता है।मानसून जा चुका होता है।
- अगर आप केरल मे झरने और मुन्नार जैसे हिल स्टेशनों का मजा उठाना चाहते हो तो जाने के लिए मानसून में अप्रैल से जून तक जाने का सबसे अच्छा समय है।इस दौरान केरल में सभी तरह की Water Activity शुरू हो जाती है।केरल के हिल स्टेशनों पर समय बिताने के लिए यह वातावरण अनुकूल होता हैं।
- केरल की यात्रा के लिए मानसून के दौरान यात्रा करने की सलाह हम नहीं देते हैं,क्युंकि इसी दौरान केरल मे मूसलाधार बारिश होती है बाढ भी आते है,इसी कारण आपके यात्रा मे दिक्कत पैदा हो सकती है।
केरल में रहने के लिए सर्वोत्तम स्थान (Best Places to stay in Kerala)
- यदि आप केरल घूमने का सोच रहे हो तो कोई ऑनलाइन पैकेज या ऑफर मिलता है क्या ये सर्च कर लेना इससे आप का खर्चा कम लगेगा।केरल राज्य के सभी बडी शहरोमें आपको रुकने के लिए होटल,होम स्टे,अपार्टमेंट,किरायेपर रीसार्टस,आदि की सुविधा मिल जाएगी।
- आपको यहां पर रहनेकी और खाने-पीने की काफी अच्छी सुविधा उपलब्ध हो जायेगी।आपके बजट के हिसाब से ठहरने के लिए लगभग पाचसौ से लेकर पाच हजार तक एक दिन के लिए होटल मिल जायेंगे आप जिस जगह पर रूकना चाहते है।अपने हिसाब से होटल,रीसार्टस का चुनाव कर सकते हो।
- यदि आप मछली पकड़ने,रोमांटिक डिनर आदि जैसी अतिरिक्त गतिविधि करने के लिए एक रात्र तक रूकने के लिए हाउसबोट क्रूज़ का चयन कर सकते हो।
केरल घूमने में कितना खर्चा आएगा (How much will it cost to visit Kerala)
- केरल में घूमने के लिए आपको कम से कम 8-10 दिनों का प्लाॅन करना चाहिए ताकि आप इतने दिनों में केरल के सभी बेहतरीन पर्यटनस्थलों को घूम सके ट्रैवलिंग अलाउंस रहने का खर्चा,घूमने का खर्चा,खाने का खर्चा इन सारी चीजों को मिलाकर प्रति व्यक्ति केरल में घूमने के लिए लगभग 5 से10 हजार तक खर्चा लगता है।
- आप एक दिन रहने के लिए हाउसबोट यूज़ करना चाहते हैं।तो उसकि गुणवत्ता,परिभ्रमण,सेवा,उपलब्धता ऐसे कुछ कारकों पर आधारित हैं।एक दिन की यात्रा के लिए हाउसबोट का Deluxe Houseboats,Premium Houseboats,Luxury Houseboats,Ultra Luxury Houseboats इनमे से 9,000 से 33,000 रुपये तक होता है।इसमे आप पूरा एक दिन रह सकते हो।
केरल का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन (Famous local food of Kerala)
- मालाबार बिरयानी
- इडियप्पम और अंडा करीडोसा और सांभरी
- अप्पम
- नादान कोझी वरुथाथु (मसालेदार चिकन फ्राई)
- नादान बीफ फ्राई या केरल स्टाइल बीफ फ्राई
- पुट्टू और कडाला करी
- पलाडा पायसम
- थालास्सेरी बिरयानी
- नादान कोझी करी
- एराची वरुथाराचा करी
- कप्पा और मीन करी
- मसल्स स्टिर फ्राई
- चटनी के साथ थट्टू डोसा
- केले के पकौड़े
- डोसा घी रोस्ट विथ सांभर
- केरल बीफ फ्राई और मालाबार पराठा
- कल्लुमक्कया उल्रथियाथ / मुसेल स्टिर फ्राई
- मालाबार पराठा|केरल पराठा
- करीमीन पोलीचथु|मीन पोलीचथु|
- मछली मौली|केरल स्टाइल फिश मोली
- एरिसेरी
- स्टू के साथ अप्पम
- चट्टी पाथिरीनारियल ताड़ी
- नारियल ताड़ी
- केले के चिप्स
- पोरोटा बीफ
- अवियल
- पाथिरि
- अलेप्पी फिश करी
- परिप्पू करी
- इडियप्पम
- चिकन फ्राई
- प्रोन करी
- चट्टी पाथरी
- उड़ा प्रथमन
- पालदा पायसम
- मालाबार परोटा
- केले का हलवा
- झींगा थियाल
- पोलीचथु
- थट्टू दोसा
- पथिरीचीरा थोरन
- मातंगा एरिसेरी
- कप्पा बिरयानी
- इला अदा
- एराची वरुथराचा करी
- साध्या
केरल कैसे पहुंचे – How To Reach Kerala
केरल घूमने के लिए जाने का आप प्लाॅन बना रहे हो तो केरल तक पहुंचने के लिए आपको रेल मार्ग सड़क मार्ग और हवाई मार्ग इन तीनों सुविधाओं के माध्यम से आप केरल तक पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से केरल कैसे जाएं – How To Reach Kerala By Train
केरल राज्य का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन है,यह रेलवे स्टेशन भारत के सभी प्रमुख शहर नई दिल्ली,मुंबई,कोलकाता,चेन्नई इनसे रेलवे मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।आप केरल घूमने के लिए देश की किसी भी कोने से एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन तक पहुंच सकते हैं,और यहां से अपनी केरल यात्रा का आरंभ कर सकते हैं।यहां पर पहुंचने के बाद आपको केरल में घूमने के लिए 200 से भी ज्यादा रेलवे स्टेशन है।केरल में कोई भी अपनी पसंद की जगह घूमने जाना है तो आप यहां से ट्रेनों का उपयोग कर सकते है।
हवाई जहाज से केरल कैसे जाएं – How To Reach Kerala By Flight
केरल घूमने के लिए जाना है तो आप हवाई मार्ग से भी केरल तक पहुंच सकते है।केरल राज्य में तीन प्रमुख हवाई अड्डे है,तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कोझिकोड देश के चारों और से आप केरल तक पहुंचने के लिए उड़ान भर सकते हैं।
सड़क मार्ग से केरल कैसे जाएं – How To Reach Kerala By Road
भारत के इतरत्र राज्य के तुलना में केरल की सडके काफी बेहतर स्थिति मे है,पक्की सड़कों की एक विस्तारित प्रणाली यहापर देखने को मिलेगी केरल राज्य पूर्व दिशा स्थित पड़ोसी राज्य जैसे कर्नाटक तमिलनाडु आंध्र प्रदेश इन राज्योसे सड़क मार्ग द्वारा सीधा जुड़ा हुआ है आप इन मार्गो से बस टॅक्सी या अपने खुदके वाहन से केरल तक पहुंच सकते है।
भारत के मुख्य शहरों से केरल की दूरी
शहर का नाम | केरल की दूरी |
चेन्नई | 648 |
बैंगलोर | 557 |
तामिळनाडू | 365 |
हैदराबाद | 1156 |
मुंबई | 1,583 |
दिल्ली | 2648 |
जोधपुर | 2381 |
FAQ (मसूरी के बारे में पूछे जाने बाले प्रश्न)
केरल क्यों प्रसिद्ध है?
केरल राज्य खास भौगोलिक स्थिति, बैकवाटर्स, आकर्षक कला-शैलियों उत्कृष्ट जलवायु समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और मसालों के लिए जाना जाता है।इसी कारण केरल-राज्य पर्यटकों में लोकप्रिय है।
केरल का सबसे बड़ा मंदिर कौन सा है?
दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिरों में से एक जो भगवान विष्णु को समर्पित है पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल राज्य के तिरुअनन्तपुरम में स्थित है यही केरल का और पुरे भारत देश का सबसे बड़ा मंदिर है।
केरल को घूमने के लिए कितने दिनों की योजना बनानी चाहिए?
केरल राज्य के विभिन्न शहरों में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है पूरे केरल राज्य को घूमने के लिए कम से कम 2 महीने लगेंगे लेकिन आप केरल के मुख्यतम पर्यटनस्थलोंको देखना चाहते हो तो 8 से 10 दिन केरल घूमने योजना बना सकते हो।
केरल में किस जिले का खाना सबसे अच्छा है?
केरल के खाद्य राजधानी के रुप मे आमतौर पर कोच्चि क्षेत्र को केंद्रस्थान पर माना जाता है।यहापर आपको केरल राज्य के विभिन्न जिलों के व्यंजन परोसते हैं।मालाबार में कालीकट और कन्नूर क्षेत्र मे मोटे तौर पर थालास्सेरी और मालाबार व्यंजन परोसे जाते हैं।
केरल में ज्यादातर लोग क्या खाना पसंद करते हैं ?
जब भी लोग केरल घूमने का प्लॅन बनाते है,तब एक सवाल उनके मन मै पैदा होता है, कि केरल में खाने को लेकर समस्या होगी क्या आपसे हम यही कहेंगे केरलीयन लोग ज्यादातर भोजन में चावल खाते है।सब्जियाँ, मछली, मांस, अंडा इत्यादि से बनी सब्जियों से मिलाकर चावल खाना पसन्द करते हैं।और यह खाना आपको भी बहोत स्वादिष्ट लगेगा।
निष्कर्ष
- केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne ki Jagah) की जगह से संबंधित जूडी सारी जानकारी, केरल से जुड़े रोचक तथ्य जाने का सही समय रुकने की व्यवस्था खाने पीने की सुविधा और वहा तक पहुंचने की सारी जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से दी गई है।
- आपको यह आर्टिकल पढ़कर केरल घूमने से संबंधित सारी जानकारी मिल गई होगी, हम उम्मीद से कहेंगे यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। यदि लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।